राजीव तोमर एक जाट पहलवान है. राजीव तोमर का जन्म 31 दिसंबर 1980 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के मलकपुर ग्राम हुआ ।नवंबर 2011 राजीव तोमर का मनीषा संग विवाह हुआ । राजीव की जीवन संगिनी मनीषा दिल्ली विश्वविद्यालय के कालिंदी कॉलेज में प्रोफेसर हैं।

राजीव तोमर को उनके बेहतर प्रदर्शन के लिए 2010 में अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। राजीव 2008 के बीजिंग ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
गुरु हनुमान अखाड़े में अपने कोच महासिंह राव से कुश्ती की बारीकियां सीखने वाले राजीव कई बार भारत केसरी भी रह चुके हैं और उन्होंने तीन बार राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है।
राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई पहलवानों को चित कर भारतीय पहलवान राजीव ने अर्जुन अवॉर्ड के साथ-साथ कई अवॉर्ड से अपनी जादू की झोली भर रखी है, जिसमें कई स्वर्ण पदक के साथ सिल्वर व कांस्य पदक भी हैं।
वर्ष 2005 में ओमान में हुए कॉमनवेल्थ में स्वर्ण पदक के साथ इसी वर्ष साउथ अफ्रीका में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर पदक को भी राजीव ने जीत लिया।
इसके बाद वर्ष 2007 में कनाडा में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भी स्वर्ण पदक उनके ही खाते में गया। इसके बाद राजीव तोमर ने वर्ष 2008 में ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया। साथ ही वर्ष 2009 में जालंधर कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप व मुस्तफा गोल्ड कप में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता और वर्ष 2009 में ही जर्मन में सिल्वर पदक जीता। वर्ष 2009 में अमेरिका में हुए वर्ल्ड कप में कांस्य पदक हासिल कर अपनी झोली भरी।


नरसिंह मंदिर मध्यप्रदेश 

नरसिंहपुर मध्यप्रदेश में 18वीं शताब्दी में बृज क्षेत्र से खिनवार गोत्र के जाट गांव गड़रियाखे़ड़ा में आकर बसे इन जाटों ने इस क्षेत्र पर अधिकार कर लिया इन जाट राजाओ ने बहुत समय तक इस क्षेत्र पर राज्य किया 
नरसिंहपुर के जाट राजाओ ने एक विशाल मंदिर बनवाया जिसमें भगवान नरसिंह की मूर्ति स्थापित करवाई थी।यह मंदिर भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार से सम्बंधित मंदिर है यह इस प्रकार ये एक गांव गड़रियाखे़ड़ा नरसिंहपुर बन गया। आज नरसिंहपुर मध्य प्रदेश में एक जिला है

चौधरी उदयप्रताप सिंह इंदौलिया नरसिंहपुर जिले कि तेंदूखेडा विधानसभा क्षेत्र से 2008 में विधायक रहे है उदयप्रताप सिंह 2009 में होशंगाबाद-नरसिंहपुर क्षेत्र के सांसद निर्वाचित हुए हैं नरसिंहपुर जिले में जाट जाति के बहुत से गोत्र जैसे बिडार,बिसोठिया ,इंदौलिया ,खिनवार ,डरिया ,दशपुरिया ,धौरेलिया,नारा ,नारोलिया ,नौनवार जाट गोत्र निवास करते है खिनवार जाटों को किले के मालिक होने के कारण किलेदार भी बोलते है


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